-
महावारी के समय का आत्महत्या के जोखिम पर प्रभाव, जिसे कम आंका जाता है
महिलाओं का मासिक धर्म चक्र एक जटिल जैविक प्रक्रिया है, जो न केवल शारीरिक, बल्कि मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महिलाओं के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। कई महिलाएं अनुभव करती हैं कि मासिक धर्म से पहले और पहले कुछ दिनों में वे विभिन्न नकारात्मक भावनाओं से जूझती हैं, जो कभी-कभी बढ़ भी सकती हैं। इस अवधि में होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव विभिन्न मनोवैज्ञानिक लक्षणों को उत्पन्न कर सकते हैं, जिनमें चिंता, अवसाद और आत्महत्या के विचार शामिल हो सकते हैं। ये घटनाएँ लंबे समय से ज्ञात हैं, और कई शोधों ने यह पुष्टि की है कि मासिक धर्म चक्र और मनोवैज्ञानिक स्थिति के बीच संबंध केवल संयोग नहीं…