• चिकित्सा जांच और निदान,  तंत्रिका संबंधी रोग

    कठोर संयोजी ऊतकों – स्क्लेरोडर्मा रोग

    सिस्टमेटिक स्क्लेरोसिस एक क्रोनिक, ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर के संयोजी ऊतकों को प्रभावित करती है और इससे प्रभावित व्यक्तियों के जीवन पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस बीमारी के दौरान संयोजी ऊतकों का मोटा होना और स्कारिंग होती है, जो विभिन्न अंग प्रणालियों, जैसे कि फेफड़े, हृदय, गुर्दे और पाचन तंत्र के कार्य को प्रभावित कर सकती है। स्क्लेरोसिस की उपस्थिति न केवल स्वास्थ्य को खराब करती है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी खतरे में डाल सकती है। बीमारी के प्रसार के अनुमान के अनुसार, विश्वभर में लगभग 2.5 मिलियन लोगों का स्क्लेरोडर्मा का निदान किया गया है, लेकिन लक्षणों की विविधता के कारण कई मामलों में…

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