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क्या एंटीबायोटिक के साथ प्रोबायोटिक लिया जा सकता है?
एंटीबायोटिक्स ने चिकित्सा में क्रांति ला दी है, जिससे बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न संक्रमणों का प्रभावी उपचार संभव हो गया है। जबकि इन दवाओं ने कई जीवन बचाए हैं, यह जानना महत्वपूर्ण है कि ये साइड इफेक्ट्स से मुक्त नहीं हैं। एंटीबायोटिक्स के उपयोग के दौरान अक्सर पाचन समस्याएं होती हैं, जिन्हें प्रोबायोटिक्स के उपयोग से कम किया जा सकता है या यहां तक कि रोका जा सकता है। एंटीबायोटिक्स लक्षित रूप से बैक्टीरिया पर हमला करते हैं और वायरस पर प्रभावी नहीं होते हैं। हालांकि, ये आंत के माइक्रोबायोम को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं, क्योंकि ये फायदेमंद बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देते हैं, जिससे पाचन संबंधी विकार,…
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क्या छोटे बच्चों के एंटीबायोटिक उपचार से अस्थमा का जोखिम बढ़ता है?
बच्चों और छोटे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए प्रारंभिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले दवाओं के प्रभाव को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है। एंटीबायोटिक्स का उपयोग सामान्य है, लेकिन शोध से पता चलता है कि ये दवाएं केवल बैक्टीरियल संक्रमण के उपचार में ही नहीं, बल्कि संभावित रूप से श्वसन संबंधी समस्याओं, जैसे कि अस्थमा के विकास से भी संबंधित हो सकती हैं। वैज्ञानिक समुदाय में प्रकट होने वाले विचारों और शोध के अनुसार, एंटीबायोटिक्स का प्रभाव आंत की वनस्पति और इम्यून सिस्टम पर महत्वपूर्ण है, और ये कारक बच्चों के दीर्घकालिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। अस्थमा के विकास का जोखिम विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि यह…